Showing 2 Result(s)
Features

दलित का बेटा हूँ साहेब, शब्दों की रांपी ज़रा तेज है

anita b

  गुरिंदर आज़ाद के काव्य संग्रह ‘कंडीशन्स अप्लाई’ की समीक्षा Anita Bharti (अनिता भारती) युवा क्रांतिकारी कवि गुरिंदर आज़ाद दलित मुद्दों पर जितनी पावरफुल फिल्म बनाते है उतनी ही पावरफुल उनकी कविताएं है। क्योंकि कवि एक जागरुक सामाजिक कार्यकर्ता भी है इसलिए सामाजिक बदलाव व चेतना के जितने आयाम है वह उनसे रोज़-ब-रोज़ रुबरु होता …

Features

Against the wind.. हवा के खिलाफ यहां तक…

manisha mashaal

  Manisha Mashaal हवा के खिलाफ यहां तक… मेरा नाम मनीषा मशाल है। मैं जमीनी स्तर की जाति-विरोधी कार्यकर्ता, वक्ता और गायक हूं और फिलहाल अखिल भारतीय दलित महिला अधिकार मंच के हरियाणा राज्य की संयोजक हूं। मैं हरियाणा के एक छोटे-से गांव से हूं। आज जहां मैं हूं, वहां पहुंचने के लिए एक दलित …